प्रिय ग्राहकों,
बैंक की स्थापना के 117 वर्ष पूर्ण करते हुए, बैंक की 97 वीं सामान्य निकाय की वार्षिक बैठक में सर्वप्रथम हम अपने संचालक मंडल एंव बैंक के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों की ओर से बैंक की सदस्य समितियों के सम्मानित प्रतिनिधियों का हार्दिक स्वागत एंव अभिनन्दन करते हैं। हम बैंक में पधारे सभी सम्मानित अतिथियों का भी बैंक की ओर से स्वागत करते हैं। मुझे, बैंक का 97 वाँ, वार्षिक प्रतिवेदन आपके समक्ष प्रस्तुत करते हुए अत्यन्त हर्ष का अनुभव हो रहा है-
इस सामान्य सभा में वर्ष 2020-21 एंव 2021-22 के वास्तविक लेखे-जोखे एंव वर्ष 2022-23 के लिये प्रस्तावित कार्य कलाप, सन्तुलन पत्र, लाभ-हानि खाता, लेखा परीक्षा प्रमाण पत्र, बैंक का अधिकतम दायित्व का निर्धारण, शुद्ध लाभ का वितरण एंव आगामी वर्ष हेतु बजट प्रस्तुत किया जा रहा है।
बन्धुओं, देश में आर्थिक सुधारों के सूत्रपात के साथ ही बैंकिंग उद्योग में प्रतिस्पद्र्धा निरन्तर तीव्र होती जा रही है विगत वर्षों में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय वित्तीय परिवेश में अमूल-चूल परिवर्तन होने के कारण भारतीय बैंकिग सेक्टर को मजबूत, प्रतिस्पर्धात्मक एवं गतिशील बनाने के लिये भारत सरकार एवं भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा समय-समय पर सुधार एवं नीतिगत निर्णय लिये जा रहे है। जिसके फलस्वरूप बैंकिग उद्योग में प्रतिस्पर्धा निरन्तर बढ़ती जा रही है। जहा एक ओर प्रतिस्पर्धा बढ़ी है वही दूसरी ओर जोखिम में भी बढ़ोतरी हुयी है। विगत में जहाँ कृषक एंव निम्न-मध्यम आर्थिक वर्ग के लिये आपका को-आपरेटिव बैंक प्रथम और सम्भवतः एकमात्र विकल्प हुआ करता था, आज उसके लिये विभिन्न बैंकिंग विकल्प उपलब्ध है। सहकारी बैंकिग को अन्य राष्ट्रीयकृत एवं निजी क्षेत्र के बैंकों से चुनौती एवं प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिये आधुनिक बैंकिग तकनीक, पेशेवर सोच के साथ कड़ी मेहनत करनी होगी साथ ही हमे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी जिसके लिये हमारी विशेष पहचान है, उसे भी बखूबी निभाना होगा। ऐसे वर्ग की संवेदनाओ से जुड़ाव एंव उसकी सेवा के प्रति हमारा समर्पण भाव ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी और हमारी सुद्ढ़ता का मूल आधार है इसे सदैव बनाये रखना होगा।
आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि आपके बैंक द्वारा अल्पकालीन फसली ऋण मात्र 7 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर सदस्यों को उपलब्ध कराया जा रहा है तथा जिन सदस्यों द्वारा देय तिथि तक समय से ऋण का पूर्ण भुगतान कर दिया जाता है, उनसे ऋण पर मात्र 3 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर ली जा रही है। जो कि अन्य व्यावसायिक बैंको की तुलना में एक प्रतिशत कम है।
सभी पैक्स समितियों पर POS मशीन उपलब्ध करा दिए गये है, इसी वित्तीय वर्ष के अन्त तक इस मशीन के माध्यम से कृषक के खातो का ‘‘रीयल टाइम-ऑनलाइन‘‘ परिचालन की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस योजना के क्रियान्वयन पर बैंक प्रबन्धन का पूरा ध्यान केन्द्रित है। ऐसा होने पर कृषक बन्धुओ की सेवा के लिये जनपद में आपके बैंक के लगभग 192 सेवा केन्द्र, जिसमें बैंक कार्यक्षेत्र के तीनों जनपदों में कार्यरत 146 पैक्स व 46 बैंक शाखायें उपलब्ध होगी जो कि कृषकों के लिए विशाल नेटवर्क होगा। इसी के साथ-साथ ऋणी कृषको को ‘‘रूपे किसान क्रेडिट कार्ड‘‘ भी उपलब्ध कराये जा रहें है- रूपे के.सी.सी. कार्ड मिलने से किसान को धन निकासी हेतु बैंक जाने की आवश्यकता नहीं है इसका किसी भी ए.टी.एम पर परिचालन किया जा सकता है तथा वर्तमान वर्ष के अन्त तक ‘‘रूपे किसान क्रेडिट कार्ड‘‘ सभी किसान भाइयों को उपलब्ध करा दिये जाने की योजना है । बैंक के द्वारा अपने सभी जमाकर्ता ग्राहको को सी0बी0एस0 पर आधारित बैंकिंग सुविधाओं के साथ-साथ NEFT एंव RTGS की सेवाएं विगत वर्षो में ही उपलब्ध करा दी गयी है । बैंक के कार्यक्षेत्र में 146 समितियां है जिसमें से 144 समितियां आनलाइन हो चुकी है । आगामी वर्षो में ‘‘मोबाइल बैंकिंग, इन्टरनेट बैंकिंग तथा IMPS‘‘ की सुविधा भी सभी ग्राहको को उपलब्ध कराने का हमारा लक्ष्य है।
धन्यवाद !
श्री विजय भान सिंह
अध्यक्ष